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मिहोकहा - ( मिथःकथा)
आपस की बातचीत । मीसिज्जइ -( मिथ्यते ) मिश्रित ____की जाती है। मुकमाणीओ - ( मुच्यमानाः)
मुक्त होती हुई। मुद्धयाई-(मुग्धकानि) मुग्ध
ऐसे बालक । मुहपोत्तीए – (मुखपोतिकया)
मुंह पर रखने का कपडा। मेढी-(मेठिः) आधारभूत । मेलयं--(मेलकम् ) मेल । मोयणि - (मोचनीम् ) मुक्त
कर देने की विद्या ।
रहमुसलं - देखो टि. ५४ । रंधतियं - ( रन्धयन्तिकाम् )
रांधनेवाली । राईसर° - (राजा-ईश्वर
तलवर-भाडम्बिक-कौटुंम्बिकश्रेष्ठी-सार्थवाह-प्रभृतयः) मांडलिक राजा-- युवराज अथवा अणिमादि सिद्धिवाला पुरुष - खुश होकर राजाने जिनको पट्टे दिये हैं ऐसे पुरुष - जिसके आसपास वसति व गाम न हो वैसे स्थान [ मडव] के मालिक - कुटुम्बपालक - श्रीदेवता की मूर्तियुक्त सुवर्णपट को जिन्होंने मस्तक पर लगाया है वैसे धनिक --- बडे बडे सार्थ को ले जानेवाले
पुरुष - इत्यादि । रायसुए --(राजसूये ) राजय
यज्ञ में । रुक्खाउब्वेयकुसलो- देखो
टि. ३८ ।
याणामि -(जानामि ) जानता
यावि -(च+अपि) भी ।
एच्छाए ---(रथ्यायाम् ) शेरी
गली में । रडण-(रटन) चिल्लाहट । स्यणियर -( रजनिकर ) चंद्र।
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