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छूढाश्य संदणणं चिमाए कुडुम चरणचयमयंग चामवारवाहि रंग डुबुका रणवसुमइहे सपाई आश्वहतिपरोप्यरू अंतरेताम्य परेड तर्हि मंतित्ववंतिसमुझेनिवरकर विहि
शीघ्र ही रथ और विमान लाये गये। शीघ्र ही महावतों के पैरों से हाथी प्रेरित कर दिये गये। शीघ्र ही घुड़सवारों द्वारा तुरंग चला दिये गये।
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घत्ता - शीघ्र ही धरती के लिए सेनाएँ जबतक एक दूसरे पर आक्रमण करती हैं तबतक अपने हाथ उठाकर मंत्री उन दोनों के भीतर प्रविष्ट हुए और बोले ॥ ७ ॥
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