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तरसुचक्रवात कउसन्युश्राम । चिलाउलेवराज नेकौत्रागमन
उन
लमहिरायहंधौरमाण्डपबश्यावश्कालक्षणांसबसचुमहिनाजजिटुकशहयवि
धीर मन्त्री ने कहा-"आपत्ति के समय 'हा' नहीं करना चाहिए, जिस प्रकार जीवन में जो प्राप्त हो उस
सबको सहन करना चाहिए,
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