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________________ 56 Bibliography of Prakrit and Jaina Research 165. जैन, विमल कुमार विशिष्ट जैन स्तोत्रों का समालोचनात्मक अध्ययन राजस्थान, 2000, अप्रकाशित नि०- डा० शीतल चंद जैन, जयपुर 166. जैन, वन्दना (कुमारी) (लघु प्रबन्ध) आचार्य सोमदेव विरचित नीतिवाक्यामृत का समीक्षात्मक अध्ययन इन्दौर, 2003, अप्रकाशित नि०- डा० संगीता मेहता, इन्दौर 167. जैन, वीरेन्द्र कुमार तिलकमंजरी का आलोचनात्मक अध्ययन विक्रम, 1969, अप्रकाशित 168. जैन, शिवा (श्रीमती) संस्कृत जैन चम्पू काव्य- एक अध्ययन सागर, ......अप्रकाशित नि०- डा० कुसुम भूरिया 254, भव्य भवन, पुरानी चहराई, जबलपुर (म०प्र०) 169. जैन, शीलचन्द वादीभसिंह सूरि और उनका काव्य विक्रम, ....... अप्रकाशित 170. जैन, श्रेयांस कुमार मेघविजयगणि के सप्तसंधान महाकाव्य का आलोचनात्मक अध्ययन वाराणसी, 1979, प्रकाशित नि०-- डा० रामायण प्रसाद द्विवेदी, वाराणसी प्राध्यापक संस्कृत विभाग, दिगम्बर जैन कालेज, बड़ौत (बागपत) उ०प्र० 'सप्तसंधान महाकाव्य- एक समीक्षात्मक अध्ययन' नाम से प्रकाशित प्रका०-- अरिहन्त इन्टरनेशनल, 239, गली कुंजस, दरीवा, दिल्ली-110006 प्रथम : 1992/150.00/238 अ०- (1) सप्तसंधान ऐतिहासिक विवेचन, (2) ग्रन्थकार और ग्रन्थ, (3) कथावस्तु/कथास्रोत, (4) साहित्यिक परिशीलन, (5) वर्णन कौशल, (6) तुलनात्मक विवेचन। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002731
Book TitlePrakrit evam Jainvidya Shodh Sandarbha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKapurchand Jain
PublisherKailashchandra Jain Smruti Nyas
Publication Year2004
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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