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________________ 54 156. जैन, पुष्पा (श्रीमती) महाकवि बाग्भट्ट विरचित 'नेमिनिर्वाण' का साहित्यिक मूल्यांकन राजस्थान, 1983, अप्रकाशित नि०- डा० विश्वनाथ शर्मा, संस्कृत विभाग, महारानी जया महाविद्यालय, भरतपुर W/o श्री जीवन्धर कुमार, जीवन रेडीमेड सेन्टर, चाँदनी चौक, तिजारा, जिला-3 T-अलवर (राजस्थान) 157. जैन, पूरन चंद्र (स्व०) महाकवि अर्हदास - एक परिशीलन वाराणसी, 1992, अप्रकाशित ( टंकित प्रबन्ध ) नि०- डा० कोमल चंद जैन अ०- (1) महाकवि अर्हदास का जीवन वृत्त - एवं कर्तृत्व, (2) महाकवि अर्हदास की रचनाऐं, उनके मूल स्रोत एवं समीक्षा, ( 3 ) महाकवि अर्हदास की रचनाओं का तुलनात्मक विवेचन, ( 4 ) अर्हदास की कृतियों का सामाजिक एवं सांस्कृतिक विश्लेषण (5) अर्हदास की रचनाओं का साहित्यिक समीक्षण, (6) अर्हदास की रचनाओं का दार्शनिक विवेचन, ( 7 ) उपसंहार । 158. जैन, प्रिया (श्रीमती) Bibliography of Prakrit and Jaina Research (लघु प्रबन्ध ) उपमिति भव प्रपंच कथा का विश्लेषणात्मक अध्ययन चेन्नई, अप्रकाशित नि०- डा० एन० वासुपाल, जैनदर्शन विभाग, चेन्नई वि० वि० 159. जैन, बाबूलाल जीवन्धरचम्पू काव्य का काव्यशास्त्रीय एवं सांस्कृतिक अध्ययन मगध, 1983, अप्रकाशित नि०- डा० राजाराम जैन, आरा (बिहार) 160. जैन, रमेश चन्द पद्मचरित और उसमें प्रतिपादित भारतीय संस्कृति विक्रम, 1972, प्रकाशित नि०- स्व० डा० हरीन्द्र भूषण जैन अध्यक्ष संस्कृत विभाग, वर्धमान कालेज, बिजनौर ( उ०प्र०) जैन मन्दिर के पास, बिजनौर ( उ०प्र०) प्रका० - श्री भारतवर्षीय दि० जैन महासभा, कोठारी भवन, 30 / 31, नई धानमण्डी, कोटा (राजस्थान) प्रथम : 1983 /50.00/15 + 327 अ०- (1) पद्मचरित का परिचय, (2) सामाजिक व्यवस्था, (3) मनोरंजन, (4) कला, (5) राजनैतिक जीवन, (6) उपसंहार । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002731
Book TitlePrakrit evam Jainvidya Shodh Sandarbha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKapurchand Jain
PublisherKailashchandra Jain Smruti Nyas
Publication Year2004
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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