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Bibliography of Prakrit and Jaina Research
123. खंडूरी, अरविन्द
नाट्यदर्पण एवं नाटक चन्द्रिका का तुलनात्मक अध्ययन गढ़वाल, 1996, अप्रकाशित नि०- डा० जे० के० गोडियाल, हेमवतीनन्दन बहुगुणा गढ़वाल वि० वि० कैम्पस,
श्रीनगर (उत्तरांचल) 124. Khare, Manju Lata
Post Abhinavagupta dramatic technique with special reference to the Natya Darpana of Ram Chandra and Guna Chandra.
Lucknow, 1977, Unpublished. 125. गुप्ता, ओमवती (श्रीमती)
सोमदेव भट्ट कृत कथासरित्सागर तथा हरिषेण कृत वृहत्कथाकोश का तुलनात्मक अध्ययन आगरा, 1978, अप्रकाशित नि०- डा० जयकिशन खण्डेलवाल, आगरा प्राचार्या- एंग्लो बंगाली इन्टर कॉलेज, आगरा (उ०प्र०)
126. गुप्ता, केशवप्रसाद
बसन्तविलास महाकाव्य का आलोचनात्मक अध्ययन कानपुर, 1991, अप्रकाशित नि०- डा० इन्द्रदेव द्विवेदी, रायबरेली (उ०प्र०) . आदर्श ग्राम सभा इण्टर कॉलेज, चरवा-212203 (इलाहाबाद) (उ०प्र०)
127.
गुप्ता, पुष्पा तिलकमंजरी- एक सांस्कृतिक अध्ययन जोधपुर, 1977, प्रकाशित संस्कृत विभाग, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिरोही (राजस्थान) प्रका०- पब्लिकेशन स्कीम, 57 मिश्र राजा जी का रास्ता, जयपुर--302001 प्रथम : 1988/180.00/81 + 254 अ०- (1) धनपाल का जीवन, समय, रचनायें, (2) तिलकमंजरी की कथावस्तु का विवेचनात्मक अध्ययन, (3) धनपाल का पाण्डित्य, (4) तिलकमंजरी का साहित्यिक अध्ययन, (5) तिलकमंजरी का सांस्कृतिक अध्ययन, (6) तिलकमंजरी में वर्णित सामाजिक व धार्मिक स्थिति- उपसंहार |
128. Gupta, Pushpa Devi
Rasa in Jain Sanskrit Mahakavyas (From 8th to 15th Century) Delhi, 1978, Published. (Eastern Book Linkers, Delhi, 1993)
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