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राम
प्रौढ प्राकृत-अपभ्रंश रचना सौरभ
(म्ह) 1/3 (वा)
12,1
10. 3/148 अत्थिस्त्यादिना
{(अत्थिः ) + (ति) + (आदिना)
12.1
अत्थिः
(अत्थि ) 1/1
ति
आदिना
(आदि)3/1
9,43
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11. 3/149 णेरदेदावावे
(णेः) + (अत्) + (एत्) + (आव) + (आवे)}
7
एत्
(णि) 6/1 (अत्) (एत) (आव) (आवे) 1/1
आव
परम्परानुसरण
12. 3/150 गुर्वादेरविर्वा
{(गुरु) + (आदेः) + (अवि:) + (वा)}
19
गुरु
आदेः
अविः
(आदि) 6/1 (अवि) 1/1
हरि
वा
(वा)
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(vi)