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________________ 1. 2. 3. 4. 5. 7. 44 8. 9. पाठ 29 में दिए गए सभी संज्ञा शब्द अकारान्त पुल्लिंग हैं। इन सभी के रूप पाठ -- 83, पृष्ठ संख्या 164 में दिए गये अकारान्त पुल्लिंग शब्द 'देव' के अनुसार चलेंगे । 6 पाठ 58 (1) में दिए गए सभी संज्ञा शब्द इकारान्त नपुंसकलिंग हैं । इन सभी के रूप पाठ - 83, पृष्ठ संख्या 167 पर दिए गए इकारान्त नपुंसकलिंग शब्द 'वारि' के अनुसार चलेंगे । ] पाठ 33 में दिए गए सभी संज्ञा शब्द प्रकारान्त नपुंसकलिंग हैं । इन सभी के रूप पाठ - 83, पृष्ठ संख्या 166 में दिए गए अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द 'कमल' के अनुसार चलेंगे । पाठ 37 में दिए गए सभी संज्ञा शब्द आकारान्त स्त्रीलिंग हैं । इन सभी के रूप पाठ:- 83, पृष्ठ संख्या 168 पर दिए गए आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द 'कहा' के अनुसार चलेंगे । पाठ 54 (1) में दिए गए सभी संज्ञा शब्द इकारान्त पुल्लिंग हैं । इन सभी के रूप पाठ - 83, पृष्ठ संख्या 164 पर दिए गए इकारान्त पुल्लिंग शब्द 'हरि' के अनुसार चलेंगे । पाठ 54 (2) में दिए गए सभी संज्ञा शब्द उकारान्त पुल्लिंग हैं । इन सभी के रूप पाठ- 83, पृष्ठ संख्या 165 पर दिए गए उकारान्त पुल्लिंग शब्द 'साहु' के अनुसार चलेंगे । पाठ 58 (2) में दिए गए सभी संज्ञा शब्द उकारान्त नपुंसकलिंग हैं । इन सभी के रूप पाठ - 83, पृष्ठ संख्या 167 पर दिए गए उकारान्त नपुंसकलिंग शब्द 'महु' के अनुसार चलेंगे । पाठ 58 (3) में दिए गए सभी संज्ञा शब्द इकारान्त स्त्रीलिंग हैं । इन सभी के रूप पाठ - 83, पृष्ठ संख्या 168 पर दिए गए इकारान्त स्त्रीलिंग शब्द 'मइ' के अनुसार चलेंगे । पाठ 58 ( 4 ) में दिए गए सभी संज्ञा शब्द ईकारान्त स्त्रीलिंग हैं। इन सभी के रूप पाठ - 83, पृष्ठ संख्या 169 पर दिये गये ईकारान्त स्त्रीलिंग शब्द 'लच्छी' के अनुसार चलेंगे । Jain Education International For Private & Personal Use Only [ अपभ्रंश ग्रभ्यास सौरभ www.jainelibrary.org
SR No.002697
Book TitleApbhramsa Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1996
Total Pages290
LanguageHindi, Prakrit, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size8 MB
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