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16. सीहा 19. प्रागमु 22. रक्खसु 25. गामु 28. घरो
17. रयणु 20. मारुन 23. दुक्खा 26. राया 29. वयु
18. दिप्ररो 21. कियंता 24. बप्पो 27. दुज्जसु 30. माउल
उदाहरण---
पुरुष नरिंदु अन्यपुरुष
वचन एकवचन
मुलसंज्ञा नरिंद
लिंग पुल्लिग
प्रत्यय उ
नोट-अभ्यास-10 तक वाक्य-रचना सर्वनाम शब्दों के आधार पर की गई है। सर्व
नाम शब्दों के लिए 'अपभ्रंश रचना सौरभ' का निर्देशानुसार उपयोग करें
सर्वनाम शब्द 1. उतम पुरुष तीनों लिंगों के लिए देखें पाठ-83, पृष्ठ संख्या 184, अम्ह
(मैं) सर्वनाम शब्द । मध्यम पुरुष तीनों लिंगों के लिए देखें पाठ-83, पृ. सं. 184, तुम्ह (तुम) सर्वनाम शब्द । अन्य पुरुष पुल्लिग के लिए देखें पाठ-83, पृ. सं. 172, त (वह) सर्वनाम
शब्द ।
अन्य पुरुष नपुंसकलिंग के लिए देखें पाठ-83, पृ.सं. 172, त (वह) सर्वनाम शब्द । अन्य पुरुष स्त्रीलिंग के लिए देखें पाठ-83, पृ. सं. 173, ता (वह) सर्व
नाम शब्द ।
अभ्यास-11 से वाक्य-रचना संज्ञा शब्दों के आधार पर की गई है। इसके लिए 'अपभ्रंश रचना सौरभ' का निर्देशानुसार उपयोग कीजिए । सभी संज्ञा शब्दों का पुरुष, लिग व अकारान्त आदि के अनुसार वर्गीकरण इस प्रकार हैसंज्ञा शब्द - सभी तरह के संज्ञा शब्द 'अन्य पुरुष' के अन्तर्गत आते हैं ।
अपभ्रंश अभ्यास सौरभ ]
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