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केरिसु
=कैसा
फलउ
(केरिस) 2/1 वि (फल) 2/1 'अ' स्वार्थिक (जा) व 3/1 सक
=फल
जाइ
=उत्पन्न करता है =नागरिक
नायरा
(नायर) 1/2
वि
अव्यय
पभाए
तुम्हहं
(पमा) 7/1 (तुम्ह) 6/2 (मुह) 2/1
-प्रभात में =तुम्हारे ==मुख को =कैसे =देखेंगे
अव्यय
कहं पासिहिरे एवं
(पास) मवि 3/2 सक
अव्यय
तासु
वयण
-इस प्रकार =उसकी =वचन की =युक्ति से = संतुष्ट हुआ =राजा
जुत्तिए
संतुट्ठ
नरिंदु सो
(त) 6/1 स (वयण) 6/1 (जुत्ति) 3/1 (संतुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि (नरिंद) 1/1 (त) 1/1 स [(वह) + (आएसु)] [(वह)-(आएस) 2/1] (निसेह) संक (पारितोसिन) 2/1 अव्यय
-वह
वहाएसु
-वध के आदेश को
निसेहेवि पारितोसिउ
रद्द करके =पारितोषिक =और
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[ अपभ्रंश अभ्यास सौरम
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