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________________ अभ्यास-29 (क) निम्नलिखित वाक्यों की अपभ्रंश में रचना कीजिए । संज्ञा, सर्वनाम व क्रिया-रूपों के सभी विकल्प लिखिये1. स्वामी मुझको बुलाता है। 2. स्वामी के द्वारा मैं बुलाया जाता है। 3. मुनि हम सबको देखते हैं । 4. मुनि के द्वारा हम सब देखे जाते हैं । 5 दुश्मन तुमको मारेगा। 6. दुश्मन के द्वारा तुम मारे जानोगे । 7. राजा साधु को नमस्कार करे। 8. राजा के द्वारा साधु नमस्कार किया जावे। 9. तपस्वी कथा का व्याख्यान करेंगे । 10. तपस्वियों द्वारा कथा का व्याख्यान किया जावेगा । 11. भाई मुझको भूलता है। 12. भाई के द्वारा मैं मुलाया जाता हूँ। 13. सेनापति स्वामी को नमस्कार करै । 14. सेनापति के द्वारा स्वामी नमस्कार किया जावे । 15. माता धान कूटेगी। 16 माता के द्वारा धान कूटा जावेगा। 17. तुम मुझको पुकारते हो। 18. तुम्हारे द्वारा मैं पुकारी जाती हैं। 19. हम सब तुमको स्मरण करेंगे । 20. हम सबके द्वारा तुम स्मरण किए जानोगे । 21. वह वैभव को त्यागे । 22. उसके द्वारा वैभव त्यागा जावे । 23. माताएं पुत्रों को लाड़-प्यार करती हैं । 24. माताओं द्वारा पुत्र लाड़-प्यार किए जाते हैं। 25. सांप बालक को डसता है। 26. सांप द्वारा बालक डसा जाता है । 27. बहिन श्रमणी की सेवा करती है । 28. बहिन द्वारा श्रमणी की सेवा की जाती है। 29. वह उनकी स्तुति करता है । 30. उसके द्वारा वे स्तुति किए जाते हैं। - उदाहरण1. स्वामी मुझको बुलाता है=सामि/सामी मई कोकइ/कोके इ/कोकए। 2. स्वामी के द्वारा मैं बुलाया जाता हूँ =सामिएं/सामीएं/सामि/सामीं/सामिण/ सामीण/सामिणं/सामीणं हउं कोकिज्जलं/ कोक्किजमि/कोक्किज्जामि/कोक्किजेमि । नोट-इस अभ्यास-29 को हल करने के लिए 'अपभ्रंश रचना सौरभ' के पाठ 53 व 54 का अध्ययन कीजिए। अपभ्रंश अभ्यास सौरभ ] [ 121 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002697
Book TitleApbhramsa Abhyasa Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1996
Total Pages290
LanguageHindi, Prakrit, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size8 MB
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