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दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी द्वारा संचालित 'जैनविद्या संस्थान' के अन्तर्गत 'अपभ्रंश साहित्य अकादमी' की स्थापना सन् 1988 में की गई थी। वर्तमान में इसके माध्यम से प्राकृत-अपभ्रंश का अध्यापन, पत्राचार के माध्यम से कराया जाता है। आशा है ‘प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ भाग - 2' प्राकृत जिज्ञासुओं के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।
- पुस्तक-प्रकाशन के लिए अपभ्रंश साहित्य अकादमी के विद्वानों एवं प्राकृत भारती अकादमी के विद्वानों के आभारी हैं।
मुद्रण के लिए जयपुर प्रिण्टर्स प्राइवेट लिमिटेड धन्यवादार्ह हैं।
नरेशकुमार सेठी नरेन्द्र पाटनी
अध्यक्ष - प्रबन्धकारिणी कमेटी दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी
• मंत्री
डॉ. कमलचन्द सोगाणी
संयोजक जैनविद्या संस्थान समिति
जयपुर
___ तीर्थंकर महावीर मोक्ष कल्याणक दिवस । कार्तिक अमावस्या, वीर निर्वाण सम्वत् 2062
1.11.2005
प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ भाग -2
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