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पाठ संख्य
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अनुक्रमणिका
विषय
आरम्भिक
वज्जालग्ग
गउडवो
दशवैकालिक
आचारांग
प्रवचनसार
भगवती आराधना
अर्हत प्रवचन
महुबिन्दु दिट्ठतं
. रोहिणीणाए
मेरुप्रभ हाथी
सिप्पिपुत्तस्स कहा
पुत्तेहिं पराभविअस्स पिउस्स कहा
व्याकरणिक विश्लेषण एवं शब्दार्थ
वज्जालग्ग
गउडवो
दशवैकालिक
आचारांग
प्रवचनसार
भगवती आराधना
परिशिष्ट सन्दर्भ ग्रन्थ सूच
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पृष्ठ संख्या
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