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(ती) 3/1 स
उसके
तीए समं
अव्यय
साथ
एगो
एक
वरो
वर
वि
जीविओ
जिया
कम्मवस्सओ
कर्म के वश से
फिर
चउरो
चारों
वरा
वर
(एग) 1/1 वि (वर) 1/1 अव्यय (जीव) भूक 1/1 [(कम्म)-(वस्स) 5/1 क्रिविअ] अव्यय (चउ) 1/2 वि
अव्यय (वर) 1/2 अव्यय (मिल) भूकृ 1/2 [(कन्ना)+(पाणिग्गहण)+ (अत्थं) + (अन्नोन्न)] [(कन्ना)-(पाणिग्गहण)(अत्थ) 2/1 (अन्नोन्न) अव्यय] (विवाय) 2/1 (कुण) वकृ 1/2 [(बालचन्दराय)-(मंदिर) 7/1] (गय) भूकृ 1/2 अनि (चउ) 3/2
एगओ मिलिआ कन्नापाणिग्गहणत्थमन्नोन्नं
एक-एक करके
मिल गए कन्या से विवाह करने के लिए आपस में
विवायं
विवाद
कुणंता बालचंदरायमन्दिरे
करते हुए बालचन्द राजा के मन्दिर में
गया चउहिं
चारों के द्वारा
अव्यय
कही गयी
कहिअं राइणो नियनियसरूवं
(कह) भूकृ 1/1 (राइ) 4/1 [(निय) वि-(निय) वि-(सरूव) 1/1] (राइ) 3/1 (मंति) 1/2 (भण) भूकृ 1/2
राजा के लिए अपनी-अपनी बात राजा के द्वारा
राइणा मंतिणो
मंत्री
भणिया
कहे गये
'साथ' के योग में ततीया विभक्ति का प्रयोग किया जाता है।
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प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ
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