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पद्धति आत्मसात की गई है। इससे काव्यों के समीचीन अर्थ के साथ अपभ्रंश काव्यों का रसास्वादन किया जा सकेगा ।
पुस्तक प्रकाशन के लिए अपभ्रंश साहित्य अकादमी के विद्वान विशेषतया श्रीमती स्नेहलता जैन एवं पृष्ठ संयोजन के लिए आयुष ग्राफिक्स तथा जयपुर प्रिण्टर्स धन्यवादाह हैं।
नरेशकुमार सेठी
अध्यक्ष
नरेन्द्रकुमार पाटनी
मंत्री
प्रबन्धकारिणी कमेटी
दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी
Jain Education International
[II]
डॉ.
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कमलचन्द
सांगाणी
संयोजक
जैनविद्या संस्थान समिति
वीर निर्वाण सम्वत् 2534
9 नवम्बर, 2007 दीपावली
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