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(पुत्त) 2/1
पुत्र को
जुआ
खेलते हुए
नल ने
तहय जुहिडिल्लु विहुरु
(जूय) 2/1 (रम-रमंत) वकृ 1/1 (णल) 1/1 अव्यय (जुहिछिल्ल) 1/1 (विहुर) 2/1 (पत्त) भूकृ 1/1 अनि
और इसी प्रकार युधिष्ठिर ने
कष्ट
पतु
पाया
8.
मंसासणेण
मांस खाने के कारण
वड्ढेइ
बढ़ता है
[(मंस)+(असणेण)] [(मंस)-(असण) 3/1] (वड) व 3/1 अक (दप्प) 1/1 (दप्प) 3/1 (त) 3/1 सवि
दप्पु
अहंकार
दप्पेण
अहंकार के कारण
तेण
उस
9.
अहिलसइ मज्जु
इच्छा करता है मद्य की (को)
जुआ
(अहिलस) व 3/1 सक (मज्ज) 2/1 (जूअ) 2/1 अव्यय (रम) व 3/1 सक [(बहु) वि-(दोस)-(सज्जु) 2/1]
भी खेलता है बहुत सी बुराइयों में गमन
बहुदोससज्जु
10.
फैलता है
अपयश
पसरइ अकित्ति तें-तें कज्जें-कज्जें
(पसर) व 3/1 अक (अकित्ति) 1/1 (त) 3/1 सवि (कज्ज) 3/1 सवि
उस
कारण से
1.
सर्जु-सज्जु गमन, अनुसरण, (संस्कृत-हिन्दी कोश, आप्टे)।
अपभ्रंश काव्य सौरभ
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