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जस +डउ = जसोडउ (सूत्र-3/20) इदुतः+दीर्घः = इदुतोदीर्घः (सूत्र-3/16) प्राणः+राजवच्च = पारणोराजवच्च (सूत्र-3/56) चतुरः+वा = चतुरो वा (सूत्र-3/17) भिसः+हि = भिसोहि (सूत्र-3/7)
14. यदि विसर्ग के बाद त् हो तो विसर्ग के स्थान पर स् और च हो तोश हो जाता
भ्यसः+त्तो तसोच
= भ्यसस्त्तो (सूत्र-3/9) ___= तसोश्च (सूत्र-3/71)
15. यदि विसर्ग से पहले प्र और बाद में भी प्र हो तो दोनों मिलकर 'मोऽ' रूप हो जाता है -
प्रमः+अस्य = अमोऽस्य (सूत्र-3/5) णः+अम् = णोऽम् (सूत्र-3/77)
16. यदि विसर्ग के बाद ट् आवे तो विसर्ग के स्थान पर हो जाता है
प्रात्मनः+ट: = आत्मनष्टः (सूत्र-3/57) . यतद्भ्यः +टः = यतद्भ्यष्टः (सूत्र-3169)
प्रौढ प्राकृत रचना सौरभ ]
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