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प्रथमा
द्वितीया
प्रथमा
द्वितीया
तृतीया
चतुर्थी व
षष्ठी
चमो
सप्तमी
सम्बोधन
94 1
पिउ (पिता) ( उकारान्त से भिन्न रूप )
बहुवचन
एकवचन
faЯr (3/48)
fa (3/47, 3/5)
पिउ (पिता) ( उकारान्त की तरह रूप )
बहुवचन
पिउ, पिश्रो (3/20), famat (3/21),
पिउरणो (3/22),
पिऊ (3/124, 3/4, 3/12)
एकवचन
पिउणा
(3/24)
पिउस्स (3 / 124, 3 / 10),
पिउणो (3/23)
fazat (3/23),
पिउलो, पिऊओ,
पिऊउ, पिऊहितो
(3/124, 3/8, 3/12
3/126, 3/127)
fazat, fasg (3/124, 3/8)
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पिउणो (3/22), पिऊ (3/18)
पिहि, पिऊहि, पिऊहिँ
(3/124, 3/7, 3/16)
पिऊण ( 3 / 124, 3/6, 3 / 12 )
fq301 (1/27)
पिउत्तो, पिऊश्रो, पिऊउ,
पिहितो, पिऊसुंतो
(3/124, 3/9, 3/16, 3/127) fazat, fang (3/124, 3/9)
पिउम ( 3 / 124, 3 / 11, 3 / 129 ) पिऊसु ( 3 / 16 ), पिउहि पिउंसि
पिऊसुं ( 1/27 )
हे पिउ, हे पिऊ (3/38)
हे पिउ, हे पिश्रो, हे पिश्रवो, हे पिउरणो, हे पिऊ (4/448)
[ प्रौढ प्राकृत रचना सौरभ
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