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ऊकारान्त स्त्रीलिंग-बहू
एकवचन
बहुवचन
प्रथमा
बहू (3/19)
बहूउ, बहूप्रो (3/27), बहू (3/124, 3/4)
द्वितीया
बहुं (3/124, 315, 3/36)
बहूउ, बहूप्रो (3/27), बहू (3/18)
तृतीया
बहू, बहूपा, बहूइ, बहूए (3/29)
बहूहि, बहूहि, बहूहिँ (3/124, 3/7)
चतुर्थी व षष्ठी
बहू प्र, बहूया, बहूइ, बहूए (3129)
बहूण (3/124, 3/6), बहूणं (1/27)
पंचमी
बहूअ, बहूपा, बहूइ, बहूए (3/29) बहुत्तो, बहूओ, बहू उ, बहूहितो (3/124, 3/8, 3/12, 3/126, 3/127) बहूदो, बहूदु (3/124,3/8)
बहुत्तो, बहूप्रो, बहूउ, बहूहितो, बहूसुंतो (3/124, 3/9, 3/16, 3/127) बहूदो, बहूदु (3/124, 3/9)
सप्तमी
बहूप, बहूमा, बहूइ, बहूए (3/29)
बहूसु (3/16), बहूV (1/27)
सम्बोधन
हे बहु (3/42)
हे बहू, हे बहूउ, हे बहूरो (4/448)
प्रौढ प्राकृत रचना सौरम 1
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