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पाठ 22
सर्वनाम
अम्हे ।
.
हम दोनों/हम सब
उत्तम पुरुष बहुवचन
अम्हई
णच्च = नाचना
अकर्मक क्रियाएँ
हस = हँसना, रूस = रूसना, जीव = जीना
सय = सोना, लुक्क = छिपना,
जग्ग = जागना
भविष्यत्काल
अम्हे । हसेसहुं/हसेसमो/हसेसमु/हसेसम/ हम दोनों हँसेंगे/हँसेंगी। अम्हई हसिहिहुं/हसिहिमो/हसिहिमु/हसिहिम हम सब हँसेंगे/हँसेंगी। अम्हे । सयेसहुं/सयेसमो/सयेसमु/सयेसम/ हम दोनों सोयेंगे/सोयेंगी। अम्हइं सयिहिहुं/सयिहिमो/सयिहिमु/सयिहिम हम सब सोयेंगे/सोयेंगी।
णच्चेसहुं/णच्चेसमो/णच्चेसमु/ अम्हे णच्चेसम |
= हम दोनों नाचेंगे/नाचेंगी। अम्हई । णच्चिहिहुं/णच्चिहिमो/णच्चिहिमु/ णच्चिहिम/
= हम सब नाचेंगे/नाचेंगी। अम्हे । रूसेसहुं/रूसेसमो/सेसमु/रूसेसम हम दोनों रूसेंगे/रूसेंगी। अम्हई रूसिहिहुं/रूसिहिमो/रूसिहिमु/रूसिहिम हम सब रूसेंगे/रूसेंगी।
लुक्केसहुं/लुक्केसमो/लुक्केसमु/ अम्हे लुक्केसम/
- हम दोनों छिपेंगे/छिपेंगी। अम्हई [ लुक्किहिहुं/लुक्किहिमो/लुक्किहिमु/ लुक्किहिम
= हम सब छिपेंगे/छिपेंगी। अम्हे । जग्गेसहुं/जग्गेसमो/जग्गेसमु/जग्गेसम हम दोनों जागेंगे/जागेंगी। अम्हई J जग्गिहिहुं/जग्गिहिमो/जग्गिहिमु/जग्गिहिम हम सब जागेंगे/जागेंगी।
अपभ्रंश रचना सौरभ
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