________________
पाठ 11
सर्वनाम
अन्य पुरुष एकवचन
सो = वह (पुरुष) सा = वह (स्त्री) अकर्मक क्रियाएँ
हस = हँसना, रूस = रूसना, जीव = जीना
णच्च-नाचना
सय = सोना, लुक्क = छिपना,
जग्ग = जागना
विधि एवं आज्ञा
'E EEEEEEEEEEEEE
हसउ/हसेउ
= वह हँसे। हसउ/हसेउ
= वह हँसे। सयउ/सयेउ
= वह सोए। सयउ/सयेउ
= वह सोए। णच्चउ/णच्चेउ
= वह नाचे। णच्चउ/णच्चेउ
= वह नाचे। रूसउ/रूसेउ
= वह रूसे। रूसउ/रूसेउ
रूसे। लुक्कउ/लुक्केउ
= वह छिपे। लुक्कउ/लुक्केउ
= वह छिपे। जग्गउ/जग्गेउ
= वह जागे। जग्गउ/जग्गेउ
वह जागे। जीवउ/जीवेउ
= वह जीवे। जीवउ/जीवेउ
= वह जीवे। सो = वह (पुरुष), सा = वह (स्त्री), अन्य पुरुष एकवचन (पुरुषवाचक सर्वनाम)। विधि एवं आज्ञा के अन्य पुरुष एकवचन में 'उ' प्रत्यय क्रिया में लगता है। 'उ' प्रत्यय लगने पर क्रिया के अन्त्य 'अ' का 'ए' भी हो जाता है। उपर्युक्त सभी क्रियाएँ अकर्मक हैं। उपर्युक्त सभी वाक्य कर्तृवाच्य में हैं।
अपभ्रंश रचना सौरभ
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org