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पाठ 5 सर्वनाम
माह । - हम दोनों/हम सब
उत्तम पुरुष बहुवचन
णच्च = नाचना
जग्ग = जागना
अकर्मक क्रियाएँ
हस = हँसना, सय = सोना, रूस = रूसना, लुक्क = छिपना, जीव = जीना,
वर्तमानकाल एहसहुं/हसमो/हसमु/हसम
अम्हई
सयहुं/सयमो/सयमु/सयम
अम्हइं"
म्ह
णच्चहुं/णच्चमो/णच्चमु/णच्चम
अम्हइं
रूसहुं/रूसमो/रूसमु/रूसम अम्हइं। B.लुक्कहुं/लुक्कमो/लुक्कमु/लुक्कम
हम दोनों हँसते हैं/हँसती हैं। हम सब हँसते हैं/हँसती हैं। हम दोनों सोते हैं/सोती हैं। हम सब सोते हैं/सोती हैं। _ हम दोनों नाचते हैं/नाचती हैं।
हम सब नाचते हैं/नाचती हैं। हम दोनों रूसते हैं/रूसती हैं।
हम सब रूसते हैं/रूसती हैं। - हम दोनों छिपते हैं/छिपती हैं।
हम सब छिपते हैं/छिपती हैं। _ हम दोनों जागते हैं/जागती हैं।
हम सब जागते हैं/जागती हैं। - हम दोनों जीते हैं/जीती हैं। हम सब जीते हैं/जीती हैं।
अम्हई
अम्ह जग्गहुं/जग्गमो/जग्गमु/जग्गम अम्हई) अम्हे जीवहं / जीवमो/जीवमु/जीवम अम्हई।
अम्हे ।
.
हम दोनों/हम सब,
अम्हह। - हम दोनों/
उत्तम पुरुष बहुवचन (पुरुषवाचक
सर्वनाम)
अपभ्रंश रचना सौरभ
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