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पाठ 70 संज्ञा-सर्वनाम
संज्ञा शब्द पंचमी एकवचन
संज्ञाएँ नरिंद = राजा
अकारान्त पुल्लिंग
अकारान्त नपुंसकलिंग
अकारा
रज्ज = राज्य
पंचमी एकवचन नरिंदहे/नरिंदाहे नरिंदहु/नरिंदाहु रज्जहे/रज्जाहे रज्जहु/रज्जाहु मायाहे/मायहे जुवइहे/जुवईहे पुत्तीहे/पुत्तिहे धेणुहे/घेणूहे जंबूहे जंबुहे
आकारान्त स्त्रीलिंग इकारान्त स्त्रीलिंग ईकारान्त स्त्रीलिंग उकारान्त स्त्रीलिंग ऊकारान्त स्त्रीलिंग
माया = माता जुवइ = युवती पुत्ती = पुत्री धेणु = गाय जंबू = जामुन का पेड़
सर्वनाम पंचमी एकवचन
महु/मज्झु तउ/तुज्झ/तुध्र तहां/ताहां ताहे/तहे
= मेरे से = तेरे से = उससे (पुरुष) = उससे (स्त्री)
सकर्मक क्रियाएँ धाव = दौड़ना आगच्छ = आना
अकर्मक क्रियाएँ डर = डरना, उप्पज्ज = उत्पन्न होना,
पड = गिरना णीसर = निकलना
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अपभ्रंश रचना सौरभ
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