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ससाहि/ससहिं
अम्हेहिं
तुम्हेहिं
जग्गिएव्वउं/जग्गेव्वउं/जग्गेवा = बहिनों द्वारा जागा
जाना चाहिए। हसिएव्वउं/हसेव्वउं/हसेवा = हमारे द्वारा हँसा
जाना चाहिए। हसिएव्वउं/हसेव्वउं/हसेवा = तुम्हारे द्वारा हँसा
जाना चाहिए। हसिएव्वउं/हसेव्वउं/हसेवा ___ = उनके द्वारा हँसा
जाना चाहिए। हसिएव्वउं/हसेव्वउं/हसेवा = उन (स्त्रियों) के द्वारा
हँसा जाना चाहिए।
तहिं/ताहिं/तेहिं
ताहिं/तहिं
अपभ्रंश रचना सौरभ
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