________________
बहुवचन
वर्तमानकाल नरिंदहिं/नरिंदाहिं/नरिंदेहिं । हसिज्जइ/हसियइ = राजाओं के द्वारा हँसा जाता है। कमलहिं/कमलाहिं/कमलेहिं विअसिज्जइ/विअसियइ = कमलों द्वारा खिला जाता है। ससाहिं/ससहिं
जग्गिज्जइ/जग्गियइ · = बहिनों द्वारा जागा जाता है। अम्हेहिं
हसिज्जइ/हसियइ = हमारे द्वारा हँसा जाता है। तुम्हेहिं
हसिज्जइ/हसियइ = तुम्हारे द्वारा हँसा जाता है। तहिं/ताहिं/तेहिं
हसिज्जइ/हसियइ ___ = उनके द्वारा हँसा जाता है। ताहिं/तहिं
हसिज्जइ/हसियइ = उन (त्रियों) के द्वारा हँसा जाता है।
विधि एवं आज्ञा नरिंदहिं/ नरिंदाहिं/नरिंदेहिं । हसिज्जउ/हसियउ = राजाओं द्वारा हँसा जाए। कमलहिं/कमलाहिं/कमलेहिं विअसिज्जउ/विअसियउ = कमलों द्वारा खिला जाए। ससाहिं/ससहिं
जग्गिज्जउ/जग्गियउ = बहिनों द्वारा जागा जाए। अम्हेहिं
हसिज्जउ/हसियउ = हमारे द्वारा हँसा जाए। तुम्हेहिं
हसिज्जउ/हसियउ = तुम्हारे द्वारा हँसा जाए। तहिं/ताहिं/तेहिं हसिज्जउ/हसियउ = उनके द्वारा हँसा जाए। ताहि तहिं
हसिज्जउ/हसियउ ___= उन (स्त्रियों) के द्वारा हँसा जाए।
भविष्यत्काल नरिंदहिं नरिंदाहिं/नरिंदेहिं हसेसइ/आदि = राजाओं के द्वारा हँसा जायेगा। कमलहिं/कमलाहिं/कमलेहिं विअसेसइ/आदि = कमलों द्वारा खिला जायेगा। ससाहिं/ससहिं
जग्गेसइ/आदि = बहिनों द्वारा जागा जायेगा। अम्हेहिं
हसेसइ/आदि = हमारे द्वारा हँसा जायेगा। तुम्हेहिं
हसेसइ/आदि = तुम्हारे द्वारा हँसा जायेगा। तहिं/ताहिं/तेहिं हसेसइ/आदि = उनके द्वारा हँसा जायेगा। ताहिं/तहिं
हसेसइ/आदि = उन (स्त्रियों) के द्वारा हँसा जायेगा।
(क) पाठ 43 का 1 (क) देखें। (ख) पाठ 4 3 का । (ख) देखें। उपर्युक्त सभी क्रियाएँ अकर्मक हैं तथा सभी वाक्य भाववाच्य के हैं।
अपभ्रंश रचना सौरभ
2.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org.