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दु हू = हू
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म. म
णीं एंगी
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नहरेंद्रा
ट्रें =
नारद्रा
त = त्
म्
भ =
रुरु रु
कृ= त भक्त्या: = नतया
शुक्ल = शुक्ल feff
- ध्यानं = निं
प्रारब्ध रक्ष (च
स्थास्यत्यग्रे हास्यव्या
तृणवत् त्यक्त्वा = नृवन्यक्ता
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अपभ्रंश- पाण्डुलिपि चयनिका
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पच्य
य-य
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(XI)
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