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परिचय।
४७५५।-॥२ रंगूनखाते पारसल नं० ६१३-१४ की लंदन
भेजी। उसके लिए भाई मनसुखलाल सूरजम
लके हिस्से में खरीदे हुए मोतियों पर यहाँसे ३०० पौंडकी हुंडी लिखी । ३००- ०-० पौंडकी हुंडी लिखी । ०-१०-८ हुंडीकी मुद्दत पूरी होनेसे १३
दिनका ब्याज ५ टकेके भावसे । १-१३-४ जाने-आनेका बीमा । १- ३-११ तार खर्च तथा वापिस आनेका . पोटेज। ३--१०-६ वापिस आनेकी आढ़त १॥) टकेके
भावसे हुंडीवाला पारसल होनेसे । 0-- ४-० बिल स्टाम्पके हिस्सेका खर्च । रंगून खाते पारसल नं० ६२० में एक मोती लंदन भेजा था । वह मनसुखलाल सूरजमलके हिस्से मेंका था । उस पर हुंडी नहीं लिखी थी। उसके जाने-आनेके खर्चकी विगत । ०-०-९ पौ० जाने-आनेका बीमा । ०-९-९ ,, तार तथा पोस्टेज। ०-८-०, ४० पौंड की वी० पी० की,
__उसकी आढ़त एक टकेके भावसे । १-७-८ भाव १-३-८ से १८०१
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