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विषयानुक्रम
भूमिका सम्पादकीयम् प्रथम विभाग
1. न्याय की परिभाषा 2. न्याय के अंग 3. न्याय की प्रवृत्ति का हेतु
लक्षण और प्रमाण से अर्थसिद्धि लक्षण की परिभाषा लक्षणाभास की परिभाषा और प्रकार अव्याप्त लक्षणाभास की परिभाषा अतिव्याप्त लक्षणाभास की परिभाषा असंभवी लक्षणाभास की परिभाषा प्रमाण की परिभाषा अयथार्थ ज्ञान के प्रकार
विपर्यय की परिभाषा 13. संशय की परिभाषा
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