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आदर्श जीवन ।
आपने जो व्याख्यान दिया था वह बड़े ही महत्त्वका था । उसमें आपने निम्न लिखित विषयोंपर प्रकाश डाला था -
(१) मेरा विचार और अधिकार (२) कॉन्फरेंसकी आवश्यकता ( ३ ) शान्तिकी योजना ( ४ ) विद्याकी खामी दूर करो ( ५ ) कॉलेजकी आशा ( ६ ) गुजराती भाइयोंकी आशा छोड़ दो ( ७ ) महाजन डाकू मत बनो ( ८ ) वीतरागकी दुकानके सच्चे मुनीम ( ९ ) कर्त्तव्यपरायण होना चाहिए (१०) आत्मा ही परमात्मा है ( ११ ) एकता और उदारताकी आवश्यकता ( १२ ) पाठशाला - विद्यालयस्कूल-कॉलेजसे फायदा |
यह पूरा व्याख्यान उत्तरार्द्धमें दिया गया है। कॉन्फरेंसने आपको धन्यवाद देनेका जो प्रस्ताव सर्व सम्मति से पास किया था उसकी नकल यहाँ दी जाती है
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" परम पूज्य मुनि राज श्रीवल्लभविजयजी महाराज मारवाड़ - गोडवाड प्रांतका उद्धार करनेके लिए उसमें शिक्षाका प्रचार करनेका अत्यंत कठिन परिश्रम कर रहे हैं। यह कार्य कॉन्फरेंसके मुख्य उद्देश्यको अमलमें लानेवाला है, इस लिए उसके साथ कॉन्फरेंस पूर्ण सहानुभूति बताती है और महाराजश्रीका अन्तःकरण पूर्वक उपकार मानती है । तथा मुनि महाराजोंसे विनती करती है कि, वे भी इसी तरह शिक्षाके प्रश्नको अपने हाथमें लें । "
यहाँ आपसे आचार्य पद स्वीकारनेके लिये आग्रह किया
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