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आदर्श जीवन।
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विद्याप्रचारकी चर्चा विशेष बढ़ गई है। आप मारवाड़में विद्यादेवीकी पधरामनी करनेके लिए इतना परिश्रम कर रहे हैं इसके लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं।"
जब आप वापिस सादड़ी चौमासके लिये पधारे तब उपयुक्त अधिकारी महाशय वहाँ भी आये उन्होंने आपको कहा:-" आप प्रयत्न करके जितनी रकम विद्याप्रचारके लिए गोडवाडमें जमा करेंगे उतनी रकम आपको जोधपुर राज्यसे मिले इस बातकी कोशिशकर आपका काम दृढ बनाया जायगा। उन्होंने आपसे अपने अनुभवकी बात कही थी और बताया था कि, यह काम कैसे अच्छी तरह चल सकेगा ? और कौन कौनसे साधन कहाँ कहाँसे मिल सकेंगे ?" - खिवाणदिसे विहार कर पोमावा, शिवगंज आदि गाम और शहरोंमें उपदेश देते हुए चौमासा निकट आनेसे आप सादड़ी आते हुए बाली गाममें पधारे । जब आप बालीमें थे तब बालीके श्रीसंघने आपसे विनती की कि, यदि आप यहीं चौमासा करें तो हम गोडवाड़ विद्यालयके लिए एक लाख रुपये यहाँ जमा कर सकते हैं, * मगर आप सादड़ीमें चौमासा
* गोडवाड (जोधपुर राज्य ) और सरोिही राज्यके गामोंमें ओसवाल और पोरवाड महाजन इतने मालदार हैं कि यदि वे चाहे और उदारता करें तो एक एक गामवाले एक एक विद्यालय खड़ा कर सकें; परंतु एक तो इनको ऐसा विद्याका प्रेम नहीं है जैसा कि पैसेका प्रेम है ! दूसरा योग्य साधुओंका उपदेश नहीं । बस नाककी खातिर विवाह शादियोंमें और जीमणवारोंमें प्रति वर्ष प्रति ग्राममें हजारों ही वहीं बलकि लाखोंका पानी कर देते हैं ! शासन देवता इनको सद्बुद्धि देवे! :
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