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________________ आदर्श जीवन। ३४९. mirmirmireo........... comwww.xxxxx ... किसके नामसे वहाँ जमा हुई है, उसकी तसल्लीके लिए रसीद वो मंगवा देवे । अगर रसीदमें इनका अकेलेका नाम होवे तो वो चीज उनकी समझी जावे और सौंपी हुई रकम पूरी कर देवे । तहकीकात करनेसे कुछ ऐसाभी मालम देता है कि कंठीका नाम लिया जाता है मगर बात कुछ और होनी चाहिये। __ रकम सौंपी गई उस वक्त सब एकठे थे पीछेसे जुदा पड़नेकी वजहसे यह बात आगे लाई जाती है, सो मैं इस बातको मान नहीं सकता तो भी औरोंको पूछनेकी जरूरत न समझकर भूताजीने यह काम किया। इसकी बाबत सबके मानकी खातर मैं सूचना देता हूँ कि, भूताजी श्रीमंदिरजीमें एक पूजा पढ़ा देवे। __ व्याजकी बाबत सुना जाता है तुम्हारे गाम खीवाणदीमें छ आनेका रिवाज है, अगर यह रिवाज ठीक सत्य होवे तो भूताजी बाकी व्याजकी रकम दे देवें । क्योंकि इन्होंने पाँच आनेके व्याजसे रकम पूरी की है। ... (७) किरणीया चामरकी बाबत मूल गुन्हेगारके मौजूद न होनेसे उसके वारिसको और खासकरके उसकी ओर तको चाहिये कि वो पाँच रुपये नकद देदेवे और एक पूजा पढ़ा देवे। (८) सुश्रावको रामचंद्रजीक मैं अपनी तरफसे सफाई और शांतिके निमित्त एक पूजा पढ़ानेकी सूचना करता हूँ। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002671
Book TitleAdarsha Jivan Vijay Vallabhsuriji
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKrushnalal Varma
PublisherGranthbhandar Mumbai
Publication Year
Total Pages828
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size12 MB
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