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अह रायगहि आसि पसिद्धउ दाण- सील-सोहम्ग- समग्गल
इय सा गुण-सारी
जं होइ न चंगउ
* पत्तइ तारुन्नइ सोहा-समग्गल
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सा सालिखेत्तु सुमिइ कयाइ सुमिणत्थु समत्थइ सत्थवाहु ते दिवस मास तो जाय तासु डोहलउ सालिखे त्तोव भोगि अह जाउ बालु वर-लग्गि लग्गि गोभद्दि भद्दु पारछु भवणि गहियक्खवत्त अइहव उविंति अइ-तारतारु वज्जति तूर पत्थावि पठिउ नामु भद्दु पइवासरु चड्ढइ पोढ-सुक्खु
घत्ता
पियह पियारी एक्कु वि अगउ
सालिभद्द-संधि
सत्थवाहु गोभहु समिद्धउ
भद्दा भज्ज तासु जस-उज्जल
समविहव- इब्भ-बत्तीस - कन्न सह भुंजइ ताहिं सु भूरि भोग आराहिवि रम्मु जिगिंद-धम्भु गोभद्दु विमाणिउ देउ जाउ पडिबंध - बद्धु आवेइ गेहि सुर-निम्मिय नव नव खज्ज -पेज्ज
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1. P समग्गलु 2. P भज्जु ० खित्तेव • 7. L आरोगिसोगि 8.
नयण मणुन्नइ
सोहइ सो खल
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[ ३ ]
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पिक्खेवि दुक्ख-पर-पारि जाइ तुह ' होसइ पुत्तु पलब- बाहु गउ संगम गब्भि
गुणेवक - वासु
सा माणइ अंगि अरोगसोगि जह सहस- किरणु उदयग्ग-मग्गि जम्मूसवु पुत्तह चित्ति पवणि... भड भट्ट चट्ट जय जय भणति दिज्जति चीर कप्पूर पूर सुमिणानुसार तसु सालिभहु जिव नदण - काणणि कप्परुक्खु
घत्ता
पुणु दुक्खिय अच्चंत मणि पुज्जिज्जति वि देव-गणि ।। ११
[ ४ ]
परिणाविउ इब्भि सुवन्न वन्न सुचमक्किय जेहिं समग्ग लोग कइया वि अलकिउ कालधम्मु निय - नाणि नियइ निय-अंगजाउ निय - सुयह सन्वु पूरइ सिहि अमिओवम अप्पइ भक्ख भोज
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3. P. उज्जलु 4 L तुहु 5. L ते 6. L P तार तरुन्नइ 9 L अलंकिय
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मयण-रूव-रेहा-निषसु सुरकुमारु महि-गउ अबसु ॥११
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