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विषयानुक्रम
भूमिका
१. आधारभूत हस्तप्रत-सामग्री
२. कथासार
दृष्टांत-कथाओ
१०-१२ १२-१३ १३-१४ १४-१५
(१) नटपुत्र रोहानु दृष्टांत (२) विधाताना पराजय पर सुबुद्धि अमात्यनु दृष्टांत (३) बढकणी सोढीनु दृष्ठांत
(४) चार मूर्खनु दृष्टांत ३. रत्नचूड कथा-सा हित्य ४.केटलाक कथाघटका रत्नचूड-रास (मूळ पाठ अने पाठांतर)
१६-१८
१-१८
परिशिष्ट (सं. १५५८नी प्रतना महत्वना पाठांतर)
महत्वना शब्दोनी सूचि
५१-५३
शुद्धिपत्र
५४-५५
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