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महाजननी ८४ न्यातनां कवित
सोरहवाल जेह राणा धाडकीआ माघवेरा, गोलावाल गणि चीलोरा महूवरीआ महेडेरा, कांकलीआ मिडीया कहां अणदोसांरा नाबरा, भल साचोरा भंगडा जगि मडाहाडा जावरा. ५ ब्रह्मांण सावंगेढा मंडोवरा मछराला, जांगडा भूअडा जोर चउसरवाल चोसाला; दोसरवाल दुबाह अष्टवर्गी अधिकेरा, सोरठा पेईवाडा सुजस न्यात चोरासी नवेरा; श्री संघतिलक उदयो सरिस औसवाल धुर आंणीआ,
न...ड माहै नित नवा वडा प्रिथीमें वांणीआ. - इति ८४ न्यात महाजनरा कवित संपूर्ण. . (एक पत्र, मुनि जशविजय संग्रह.)
[जैनयुग, वैशाख–जेठ १९८६, पृ.३६८]
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