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द्वितीय मव
तृतीय भव
ग्रन्थ
योनि बहाँ पार्श्व का जीव उपन्न हुआ
कोमें वहां कमक का पार्श्व का जीव जहाँ जीव उत्पन्न हुआ
उत्पन्न हुआ
कमठ का जीव बिस नरक में गया
(१) चउप्पन्नमहापुरिसचरिय
हस्ती
कुक्कुट सर्प
सहस्रार
पंचम नरक
(२) उत्तरपुराण
हस्ती वज्रघोष
सहस्रार कल्प
धूमप्रभ नरक
(३) महापुराण
(४) श्रीपार्श्वनाथचरितम्
हस्ती पविघोष
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महाशुक
पाँचवाँ नरक
(५) पासचरिय
करी पविघोष
सर्प कुक्कुट
सहस्रार कल्प
धूमप्रभ नरक
(६) पासनाहवरिउ
हस्ती अशनिघोष
कुक्कुट सर्प
(७) सिरिपासनाहचरियं
(८) त्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरित
पांचवाँ नरक
(९) पार्श्वनाथचरितम्
गज, करी
कुक्कुट सर्प
धूमप्रभ
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