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________________ Jain Education International पुराण एवं मुख्य पुराणेतर ग्रन्थों में पार्श्वनाथ के पूर्व जन्मों का तुलनात्मक चित्रण प्रथम अव ग्रन्थ | ग्रन्थकार | समय । भाषा | परम्परा ।। पावके पिता कमठ का पाव की मृत्यु . (१) चउप्पन्नमहापुरिसवरिय शीलांकाचार्य ९२५ वि. सं./ प्राकृत | श्वेताम्बर विश्वभूति अणुधरी | मरुभूति । कमठ 48 ग्रन्थकार समय भाषा परम्परा माता 1 का नाम | नाम | का कारण कमठ के क्रोध से (२) उत्तरपुराण गुणभद्र ९५४ वि. सं. संस्कृत दिगम्बर , अनुधरी , (३) महापुराण पुष्पदन्त १०२१ वि. सं. | अपभ्रंश दिगम्बर (४) श्रीपार्श्वनाथचरितम् वादिराजसूरि १०८२ वि.स. | संस्कृत दिगम्बर For Private & Personal Use Only (५) पासचरियं | कविवर रइधू वि. ११ वीं सदी अपभ्रंश | दिगम्बर (६) पासणाहचरिउ पद्मकीर्ति ११३४ वि. सं. | अपनश दिगम्बर (७) सिरिपासनाहचरियं देवप्रभसूरि वि. १२ वीं सदी प्राकृत श्वेताम्बर (८) त्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरित हेमचन्द्राचार्य वि. १३ वीं सदी संस्कृत श्वेताम्बर (९) पार्श्वनाथचरितम् पद्मसुन्दरसरि १६२५ वि. सं. संस्कृत | श्वेताम्बर www.jainelibrary.org
SR No.002632
Book TitleParshvanatha Charita Mahakavya
Original Sutra AuthorPadmasundar
AuthorKshama Munshi
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1986
Total Pages254
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size11 MB
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