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इतिहास और परम्परा ]
परिशिष्ट ४: प्रयुक्त-ग्रन्थ
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१६०. Psalms of Sisters (Eng. Trans, of Therigatha): Tr. by Mrs. Rhys Davids, London, 1909
१६१. The Questions of King Milinda (Eng. Tr. of Milindapanho) : Tr. by T. W. Rhys Davids, Pub. Sacred Books of the East Series, Vol. XXXV, XXXVI, Oxford, 1890-94
१६२. Sutta Nipata (Eng. Trans ) : Tr. by V. Fausboll, Pub. Sacred Books of the East Series, Vol. X, Part II, Oxford, 1890
१६३. Verses of Uplift (Eng. Tr. of Udana ): Tr. by F. L. Woodward, Pub. Sacred Books of the Buddhists Series, London, 1935 १६४. Vinaya Texts (Eng. Tr. of Vinaya Pitaka ) (3 Vols ) : Tr. by T. W. Rhys Davids and H. Oldenberg, Pub, Sacred Books of the East Series, Vols. XIII, XVII & XX, Oxford, 1881-1885.
इतर - साहित्य
१६५. अजातशत्रु : जयशंकर प्रसाद, प्र० भारती भण्डार, लीडर प्रेस, इलाहाबाद (२१ वां संस्करण), १९६५
१६६. अनुत्तरोपपातिक दशा: एक अध्ययन : पं० बेचरदास दोशी, सं० विजयमुनि शास्त्री, प्र० सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा
१६७. अभिधान चिन्तामणि नाममाला, स्वोपज्ञवृत्ति सहित : आचार्य हेमचन्द्र, सं० विजय- धर्म सूरि, प्र० यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, बनारस और भावनगर, १९१५ १६८. अभिधान राजेन्द्र ( ७ भाग) : आचार्य विजय राजेन्द्र सूरि, रतलाम, १६१३-३४ १६६. अशोक : यदुनन्दन कपूर, आगरा, १९६२
१७०. अशोक के धर्म लेख (मूल व अनुवाद) : जनार्दन भट्ट, इलाहाबाद
१७१. अशोक के धर्म लेख : सं० जनार्दन भट्ट, प्र० पब्लिकेशन्स डिविजन, सूचना एवं प्रसार मंत्रालय, ओल्ड सेक्रेटेरिएट, दिल्ली, १६५७
१७२. अष्टाध्यायी: पाणिनी
१७३. अहिंसा पर्यवेक्षण : मुनि श्री नगराजजी, प्र० साहित्य निकेतन, दिल्ली, १६६१ १७४. आगम युग का जैन दर्शन : दलसुख मालवणिया, प्र० सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, १६५६
१७५, आचार्य बुद्धघोष: भिक्षु धर्मरक्षित, प्र० महाबोधि सभा, सारनाथ, वाराणसी, १६५६
१७६. आदर्श बौद्ध महिलाएँ : कुमारी विद्यावती "मालविका ', प्र० भारतीय महाबोधि सभा, सारनाथ, बनारस, १९५६
१७७. आर्य संस्कृति के मूलाधार : आचार्य बलदेव उपाध्याय, प्र० शारदा मन्दिर, बनारस, १९४७
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