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आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन
[खण्ड : १
१६. उत्तराध्ययन सूत्र : (४ भाग) : लक्ष्मीवल्लभ कृत टीका, अनु० पं० हीरालाल
हंसराज, प्र० मणिवाई राजकरण, अहमदाबाद, १६३५ १७. उपदेश प्रासाद (चार खण्ड) : लक्ष्मीविजय सूरि, प्र० जैन धर्म प्रसारक सभा,
भावनगर, १६१४-१६२३ १८. उपदेश माला (सटीक) : धर्मदास गणि, टीकाकार रामविजय गणि, प्र०
हीरालाल हंसराज; जामनगर, १९३४ १६. उपासकवसांग सूत्र (जैन आगम) : सं० व अनु० (अंग्रेजी) एन० ए० गोरे, प्र०
ओरियन्टल बुक एजेन्सी, पूना. १६५३ २०. उववाई सुत्त (हिन्दी अनुवाद) : अनु० मुनि उमेशचन्द्रजी 'अणु,' प्र० अखिल
भारतीय साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना (म० प्र०), १९६३ २१. ऋषि मण्डल वृत्ति : धर्मघोष सूरि (शुभवर्द्धन गणि संस्कृत टीका व शास्त्री हरि
शंकर कालीदास कृत गुजराती अनुवाद सहित), प्र० श्री जैन विद्याशाला, डोशी
वाडानी पोल, अहमदाबाद, १६०१ २२. औपपातिक (उववाई) सूत्र (जैन आगम) : अभयदेव सूरि वृत्ति सहित, प्र०
देवचन्द लाल भाई पुस्तकोद्धार फण्ड, सूरत, १६३७ २३. कल्प सूत्र (जैन आगम):प्र० साराभाई मणिलाल नवाब, अहमदाबाद, १९४१ २४. कल्प सूत्र (बंगला अनुवाद) : अनु० डा० बसन्तकुमार चट्टोपाध्याय, प्र० कलकत्ता
विश्वविद्यालय, कलकत्ता २५. कल्प सूत्र--कल्पपद्म कलिका वृत्ति सहित (हिन्दी अनुवाद) : प्र० कोटा
छबड़ा का जैन श्वे० संघ, १६३३ २६. कल्प सूत्र कल्पलता व्याख्या :प्र० बेलजी शिवजी कुंपनी, दाणा बन्दर, बम्बई,
१९१८ .. २७. कल्प सूत्र कस्पार्थ बोधिनी व्याख्या सहित : सं० बुद्धिसागर गणि, प्र० जिनदत्त
सूरि ज्ञान भण्डार, बम्बई, १६४२ , २८. कल्प सूत्रार्थ प्रबोधिनी : राजेन्द्र सूरि, प्र० राजेन्द्रप्रवचन कार्यालय, खुडाला,
१६३३ ::२६. कल्प सूत्र-बालावबोष : बुद्धविजय ३०. कहावली : भद्रेश्वर, सं० डॉ० यू० पी० शाह, प्र० गायकवाड ओरियन्टल सिरीज
बड़ौदा ३१. गोम्मट सार : नेमिचन्द्राचार्य सिद्धान्तचक्रवर्ती, पाढम निवासी पं० मनोहरलाल __कृत वृत्ति, प्र० श्री परमश्रुतप्रभावक मण्डल, बम्बई, १९१३ ३२. चउपन्न महापुरिस चरियं : शीलाचार्य ३३. चित्र कल्प सूत्र : सं० साराभाई मणिलाल नवाब, अहमदाबाद, १९४१ ३४. जम्बूद्वीप पण्णत्ति सूत्र (जैन आगम) : शान्तिचन्द्र गणि विहित वृत्ति सहित,
(भगि १, २), प्र. देवचन्द लालभाई पुस्तकोद्धार फण्ड, सूरत, १९२०
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