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[पट्टावली-पराग
इन लेखों में जिन आठ शाखामों के उल्लेख हुए हैं, वे उल्लेख संख्या के साथ नीचे दिये जाते हैं :
३ वज्रनागरी, २ आर्यवज्री, ७ वइरी, ६ उच्चानागरी, १ पूर्णपत्रिका, १ मध्यमा, १ सांकाश्यिका, १ हारितमालाकारी।
शिलालेखों में १३ कुलों के ३२ लेखों में जो उल्लेख हुए हैं, वे इस प्रकार से हैं : ६ ब्रह्मदासिक, ४ पार्यहटीय, १० स्थानीय, २ प्रीतिधर्मक, १ मेधिक, १ पुष्यमित्रीय, १ आर्यचेटक, १ आर्यमित्र, १ वात्सलिक, १ प्रश्नवाहन, १ पारिहासिक, १ कृष्णसख, १ नाड़िक ।
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