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नेमिनाहचरिउ
[ २०६८ [२०६८]
अह पयंपिउ समण-रयणेण निय-नंदण-दुहियरहं पुरउ - भद एसो वि तुम्हहं । जणगो इव इय नमहं अह ति भणहिं -- नणु किह णु अम्हहं ॥ जणय-समाणउ एहु अह नीसेसु वि पुव्वुत्तु । तेसि निवेयइ मुणि-वसहु चारुदत्त-वुत्तंतु ॥
[२०६९] ता वियासिय-नयण-तामरस पणमंति ते तमु चलण- कमल एत्थ-अंतरि पहुत्तउ । गयणयलह असम-जुइ पउर-अमर-परियणिण जुत्तउ । तियसाहिवइ-समाण-तणु- कंति-कलावु स-उण्णु । अमरु एगु पणमइ पढमु चारुदत्तु स-करुण्णु ॥
[२०७० तयणु पणमइ मुणिहि चलणेसु ता झत्ति स-विभमिण सीहजसिण वज्जरिउ- सुंदर किह पढमु वि मुणि-पयई मुइवि इमहं पणओ सि सुर-वर अह गुरु-हरिसिण सुरिण तिण भणिउ- मज्झ गुरु एहु।
जइ पुणु कोउगु तुम्ह इह ता वइयरु निसुणेहु ॥ तहा हि
[२०७१] संति स-किरिय-करण-कय-लक्ख वाणारसि-पुरवरिहि वाल-घुट्ठ-गुरु-साहु-सद्दय । पव्वाइय दुन्नि तहं पढम सुलस वीया सुभद्दय ॥ तहिं आगउ अवरावसरि जन्नवक्क-अभिहाणु । जोगिउ निययई सयलहं वि किरियहं विसइ पहाणु ॥ २०६८. ५. क. महु. २०७१. १. क. करुण; ६. क. आगमो.
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