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नेमिनाहचरिउ
[९३७] तयणु पमुइय सुयण नीसेस सुहडा वि कय-किच्च हुय वुह कयत्थु मन्नहि स-जीविउ । पडिवक्खिय उत्तसिय सयण वसहि महियलु सुहाविउ ।। वग्गहिं मागह जियहिं नड विलसहिं वेस स-तोस । रिउ-तरुणि वि गायर्हि तसु जि गुण-गणु ववगय-रोस॥ .
[९३८] जम्मि चलियइ चारु-चउरंगवल-पूरिय-धरणियलि विहिय-अंग-सिंगार-मणहरि । मयणाउर-हियय लहु कुणइ सयल-पुर-पवर-सुंदरि ।। मंडणु भाल-यलहं तणउं का-वि कवोल-पएसि । क-वि कुंडलु कामह करिण गेण्हइ चलणह रेसि ॥
[९३९] खिवइ नेउरु का-वि सवणम्मि क-वि हारु कवरिहिं भँवइ का-वि देइ अंजणु उर-त्थलि । क-वि नियसणु पावरिवि उत्तरीउ परिहइ स-भिंभलि ॥ क-वि अंवोडउ भाल-यलि विणिवेसेइ विसालु । क-वि कूवह तडि घडु मुइवि मज्झि निवोलइ वालु ॥
[९४०] का-वि कामिणि तणय-वुद्धीए मज्जारु कडि-यडि करिवि समुह एंत भुवणु वि हसावइ । क-वि कुमर-मुहंदुरुहु निरु नियंत अणुराउ दावइ ॥ जिभायइ क-वि का-वि पुणु छोडइ केस-कलावु । मोडइ अंगई का-वि क-वि पयडइ महुरालावु ॥
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