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सर्व सुखदायक मन्त्र एवं यन्त्र
मन्त्र
: ॐ ह्रीँ णमो जिणाणं सव्वसुखकरं सव्वदुक्खहरं णमो णमो ।
प्रयोग विधि : सर्वाङ्ग शुद्ध होकर साधक निम्नलिखत यन्त्र की अपने सम्मुख काष्ठपीठ पर सविधि स्थापना करें । श्वेत वस्त्र धारण कर, श्वेत आसन पर बैठकर, मोती की माला ग्रहण कर उक्त मन्त्र की पाँच माला प्रतिदिन करें । यह मन्त्र एवं यन्त्र सर्वसुखकारक हैं । मन्त्र जप से पूर्व श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के अट्ठाईसवें श्लोक का २१ बार पाठ कर प्रभु पार्श्वनाथ जी का ध्यान करें ।
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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-यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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