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Y८ धन-धान्य वृद्धिकारक मन्त्र एवं यन्त्र)
मन्त्र : ॐ ही अर्ह अहँ श्री श्री धनधान्यवृद्धिं कुरु कुरु स्वाहा। प्रयोग-विधि : सर्व शुद्धिपूर्वक उत्तर दिशा की ओर मुख करके साधक
निम्नलिखित यन्त्र को सविधि काष्ठ-फलक पर स्थापित करें | जप ** प्रारम्भ करने से पूर्व श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के सत्ताईसवें श्लोक के २१ बार मंगल पाठ से प्रभु पार्श्वनाथ का सादर ध्यान करें । तदुपरान्त एकाग्रता के साथ उक्त मन्त्र की नित्य * पाँच माला का जप करने से धन-धान्य वृद्धि होती है। जप-सिद्धि दीपावली की रात्रि की शुभ वेला में २१ माला जप करने से होती है।
-यन्त्रम्ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अर्ह
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
अहेम
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