________________
मन्त्र
अन्तःकरणशोधक मन्त्र एवं यन्त्र
: ॐ ह्रीँ नमो अर्हते सोहं हं सो हं अन्तःकरणविशोधकाय नमो नमः ।
• प्रयोग विधि : उत्तर दिशा की ओर मुख करके सम्मुख निम्नलिखित यन्त्र की स्थापना करके श्री सुशील कल्याण मन्दिर स्तोत्र के चौदहवें श्लोक के २१ बार पाठ से प्रभु पार्श्वनाथ का ध्यान करें । तदुपरान्त उक्त मन्त्र का माला जप प्रारम्भ करें । साधना के समय श्वेत वस्त्र धारण करें। मानसिक, वाचिक, कायिक शुद्धि का विशेष ध्यान रखें। यह मन्त्र एवं यन्त्र परम हितकारी है। साधक नित्य एक माला जपें ।
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
Jain Education International 2010_03
- यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
श्रीँ
अर्हते
नमो
अर्हते
नमो अर्हते
此
हीँ
नमो अर्हते
139
एहोह
:ht hikalt palh Pplikt the
अर्हते
नमो
अर्हते
For Private & Personal Use Only
नमो
अर्हम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
www.jainelibrary.org