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कर्मरिपुनाशक मन्त्र एवं यन्त्र
मन्त्र : ॐ हीं ही अर्हते कर्मचौरविध्वंसिने सकल पापविनाशिने नमो
नमः। प्रयोग-विधि : शुद्धिपूर्वक सम्मुख यन्त्र की स्थापना करके श्री सुशील कल्याण
मन्दिर स्तोत्र के तेरहवें श्लोक का मंगल पाठ २१ बार करके ध्यान * करें। यह मन्त्र कर्मशत्रुनाशक है। इस मन्त्र का जप शुभ वेला में ३२ दिनों तक एक-एक माला के रूप में करें।
-यन्त्रम्
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथाय नमः
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