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________________ जैन तीर्थ परिचायिका मूलनायक : श्री शान्तिनाथ भगवान, श्वेतवर्ण, पद्मासनस्थ । मार्गदर्शन: ईडर से 1 कि.मी. दूरी पर ईडरगढ़ में यह तीर्थस्थान है। यह तीर्थ हिम्मतनगर से 28 कि.मी. शामलाजी से 43 कि.मी. तथा विजापुर तीर्थ से 51 कि.मी. दूर पड़ता है। हिम्मतनगर होकर प्रमुख मार्ग गया है। तलहटी से पहाड़ की चढ़ाई लगभग डेढ़ कि.मी. है। पहाड़ पर जाने के लिये 600 सीढ़ियाँ हैं । अहमदाबाद-खेडब्रह्मा मार्ग पर ईडर रेल्वे स्टेशन है। स्टेशन पर बस, टैक्सी, ऑटोरिक्शा आदि साधन उपलब्ध हैं। अहमदाबाद से यह स्थल 107 कि.मी. दूर है। अहमदाबाद से यहाँ बस सेवा उपलब्ध है । परिचय : भगवान महावीर के 285 वर्षों के बाद संप्रति महाराज ने यहाँ पर श्री शान्तिनाथ प्रभु मंदिर की प्रतिष्ठा करवायी ऐसे उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में मिलते हैं। इसका जीर्णोद्धार कविकुल किरिट पू. पाद आचार्यदेव श्रीमद् विजय लब्धिसूरीश्वर जी म. सा. की प्रेरणा से हुआ था । यहाँ प्रतिवर्ष कार्तिक तथा चैत्र पूर्णिमा को मेले लगते हैं। ईडर गाँव में पाँच श्वेताम्बर मंदिर और हैं। साथ ही पहाड़ पर एक दिगम्बर जैन मंदिर तथा गाँव में 3 दिगम्बर जैन मंदिर हैं। ठहरने की व्यवस्था : ईडर गाँव में धर्मशाला तथा भोजनशाला है, पहाड़ पर भी धर्मशाला है । मूलनायक : श्री अमीझरा पार्श्वनाथ भ., श्यामवर्ण, पद्मासनस्थ । मार्गदर्शन : ईडर तीर्थ से यह स्थान 12 कि.मी. दूरी पर है । हिम्मतनगर से इसकी दूरी 40 कि.मी., खेडब्रह्मा से 15 कि.मी. तथा अहमदाबाद से 119 कि.मी. है। अहमदाबाद से भी बस उपलब्ध है । परिचय : बडाली गाँव में यह तीर्थस्थान है। लगभग 12वीं शताब्दी पूर्व का यह प्राचीन तीर्थ है। इसके अतिरिक्त यहाँ पर श्री शान्तिनाथ भगवान और श्री आदेश्वर भगवान के मंदिर हैं। ठहरने की व्यवस्था : यहाँ पर धर्मशाला की व्यवस्था है। मूलनायक : श्री महावीर स्वामी भ. । मार्गदर्शन : हिम्मतनगर से इसकी दूरी 55 कि.मी. है। यहाँ से अंबाजी 49 कि.मी. दूर स्थित | अंबाजी होकर आबू जाया जा सकता है। अहमदाबाद से यह स्थल 134 कि.मी. दूर । अहमदाबाद एवं आबू से यहाँ के लिए बस सेवा उपलब्ध है। यहाँ रेल्वे स्टेशन भी है। यहाँ पर सभी साधन (बस, टैक्सी, ऑटो) उपलब्ध हैं। ईडर से यह 22 कि.मी. दूर है। परिचय : यह अति प्राचीन तीर्थस्थान है। समय के प्रवाह में यहाँ अनेक बार उत्थान पतन हुआ । वर्तमान मंदिर लगभग पाँच सौ वर्ष पुराना माना जाता है। इसके अलावा यहाँ श्री आदिनाथ प्रभु का मंदिर है। इसी स्थान पर हाटकेश्वर महादेव का मंदिर होने के कारण हिन्दू लोग भी इस तीर्थ को बहुत मानते हैं। गाँव से 1 कि.मी. दूरी पर श्री अंबाजी का प्राचीन मंदिर है। ठहरने की व्यवस्था : यहाँ पर धर्मशाला है । Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only गुजरात जिला साबरकांठा श्री ईडर तीर्थ पेढ़ी : सेठ आनंदजी मंगलजीनी पेढी कोठारीवाडा, मु. पो. ईडर जि. साबरकांठा (गुजरात) फोन : 50442 श्री बडाली तीर्थ पेढ़ी : श्री वडाली जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ मु. पो. वडाली, जि. साबरकांठा (गुजरात) फोन : (02778) 2181, 2525 श्री खेडब्रह्मा तीर्थ पेढ़ी : श्री दशा पोरवाल जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक पंच महाजन, मु. पो. खेडब्रह्मा, जि. साबरकांठा (गुजरात) 141 www.jainelibrary.org
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
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