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________________ जैन तीर्थ परिचायिका गुजरात मूलनायक : श्री धर्मनाथ भगवान, श्वेतवर्ण, पद्मासनस्थ। जिला अहमदाबाद मार्गदर्शन : गुजरात का प्रमुख नगर अहमदाबाद, यहाँ की राजधानी गाँधीनगर से 28 कि.मी. श्री कर्णावती तीर्थ दूरी पर स्थित है। देश के प्रमुख व्यापारिक केन्द्रों में से एक होने के कारण यह सभी प्रमुख नगरों से रेल, वायु मार्ग एवं सड़क मार्ग से सम्पर्क में है। मुम्बई से 545 कि.मी. दूरी, जयपुर .. पेढ़ी: से 625 कि.मी., दिल्ली से 886, कोलकाता से 2006 कि.मी., जोधपुर से 586 कि.मी. श्री धर्मनाथ भगवान उदयपुर से 229 कि.मी. दूरी पर है। जैनमंदिर परिचय : अहमदाबाद शहर में, दिल्ली दरवाजे के बाहर सेठ हठीसिंह की वाडी में स्थित यह सेठ हठीसिंह केसरीसिंह तीर्थस्थान है। ग्यारहवीं सदी में श्री कर्णदेव ने इस नगरी का नाम कर्णावती रखा, पहले टस्ट इसका नाम आशापल्ली था। उस समय यह एक वैभव सम्पन्न नगर था। काल प्रवाह में कुछ दिल्ली दरवाजा के बाहर, समय बाद उस नगरी का महत्त्व कम हो गया। बाद में फिर अहमदाबाद नाम से नया विराट अहमदाबाद (गुजरात) शहर बना। फोन : (079) 2110774 हठीसिंह की वाडी में बना यह विशाल जिनालय सेठ हठीसिंह जी ने बनवाया था। इस मंदिर की निर्माण कला बेजोड़ है। यहाँ की शिल्पकला आबू, देलवाड़ा मंदिरों की याद दिलाती है। इस शहर में 225 जिनमंदिर हैं। जिसमें जव्हेरीवाड़ा में स्थित श्री संभवनाथ भगवान का मंदिर सबसे प्राचीन माना जाता है। आज भी यह शहर जैनधर्म का प्रमुख केन्द्र है, इसी कारण इसे जैनपुरी भी कहते हैं। यहाँ पर 11 ज्ञानभंडार हैं, जिसमें हस्तलिखित तथा अन्य ग्रंथ हजारों की संख्या में हैं। भारत के समस्त श्वेताम्बर जैन संघों द्वारा स्थापित सेठ श्री आनंद जी कल्याणजी पेढी का संविधान ई. सं. 1880 में इस शहर में पंजीकृत किया गया। यहाँ पर लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामंदिर है, जहाँ पर हजारों ग्रंथ, प्राचीन चित्र, शिल्प, मूर्तियाँ आदि प्राचीन सामग्री का संग्रह हैं। यहाँ जैन साहित्य का संशोधन भी किया जाता है। धर्मप्रेमी जैन श्रावकों की बहुत बड़ी आबादी रहने के कारण यहाँ अनेक मुनि भगवन्तों का आवागमन हमेशा होता रहता है। कपड़े की कई मीलें हैं, व्यापार दृष्टि से यह एक महत्त्वपूर्ण शहर है। यहाँ पर भद्र फोर्ट, सैयद सिद्दी जाली, गीता मन्दिर, कांकरिया झील, बाल वाटिका आदि दर्शनीय स्थल हैं। अहमदाबाद की झूलती मीनारें (शेकिंग टॉवर) पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र है। प्रमुख नगर होने के कारण यहाँ हर स्तर के अनेकों होटल भी हैं। ठहरने की व्यवस्था : अहमदाबाद में ठहरने के लिए निम्नलिखित धर्मशालाएँ हैं। 1. सेठ दलपत भाई भगूभाई श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन धर्मशाला, मरचीपोल, अहमदाबाद फोन : (079) 5359624 2. बाई इच्छा, धर्मपत्नी रायचंद्र जयचंद्र श्वेताम्बर जैन धर्मशाला रतनपोल मरचीपोल. अहमदाबाद 3. बाई जमना, शाह बालचंद बहेचरदास की पुत्री जैन धर्मशाला रतनपोल, गोलवाड, अहमदाबाद 4. श्री हठीसिंह जिनालय के अहाते में सर्व सुविधायुक्त 12 ब्लॉक हैं। Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary 111
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
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