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________________ राजस्थान | जैन तीर्थ परिचायिका एक विशाल कुंड है, जिसे मंदाकिनी कुंड कहा जाता है। इस मंदिर के पास ही पत्थर के तीन विशाल पहाड़ दिखायी देते हैं। इस तीर्थ पर कुल 6 देरासर हैं। यहाँ का प्रमुख मन्दिर श्री आदिनाथ प्रभु का दो मंजिला भव्य मंदिर है। ऊपर वाली मंजिल में श्री पार्श्व प्रभु की चौमुखी प्रतिमा विराजमान है। अचलगढ़ की तलहटी में श्री शान्तिनाथ प्रभु का अत्यन्त प्राचीन मन्दिर है। ठहरने की व्यवस्था : यहाँ 10 ब्लॉक हैं एवं 15 कमरे, 2 बडे हॉल युक्त धर्मशाला है। दो भोजनशालाएं हैं। पुस्तकालय, दुकानें आदि भी यहाँ है। भोजनशाला में प्रातः 10 बजे से सूर्यास्त तक भोजन का प्रबन्ध रहता है। श्री मण्डस्थल तीर्थ मूलनायक : श्री महावीर स्वामी भगवान, श्वेतवर्ण। (मूंगथला) मार्गदर्शन : आबूरोड से यह स्थान 10 कि.मी. दूरी पर आबूरोड-रेवदर मार्ग पर स्थित है। मुंगथला गाँव के बाहर यह मंदिर है। स्टेशन से टैक्सी, बस, रिक्शा आदि सवारी का साधन पेढ़ी : उपलब्ध रहता है। प्रत्येक आधे घण्टे में बस सुविधा उपलब्ध है। यहाँ से मानपुर 8 कि.मी. श्री कल्याणजी परमानंदजी दताणी 17 कि.मी. दूरी पर स्थित है। पेढ़ी परिचय : भगवान महावीर केवलज्ञान प्राप्ति के पहले यहाँ नंदीवृक्ष के नीचे कायोत्सर्ग ध्यान में मुण्डस्थल तीर्थ, रहे थे ऐसा कहा जाता है। पूजा का समय प्रातः 7 बजे तथा सायं 6.30 बजे है। मु. पो. मुंगथला ठहरने की व्यवस्था : यहाँ धर्मशाला है लेकिन खास सुविधा न होने से आबूरोड ठहरकर यहाँ ता. आबूरोड, आना सुविधाजनक है। भोजनशाला की कोई व्यवस्था नहीं है। आबूरोड पर जैन धर्मशाला जि. सिरोही-307001 एवं अनेक होटल उपलब्ध हैं। आबूरोड से मानपुर जैन तीर्थ पर भोजनशाला आदि व्यवस्था (राजस्थान) है। दताणी तीर्थ पर भोजनशाला, ठहरने की व्यवस्था आदि उपलब्ध है। श्री जीरावला तीर्थ मूलनायक : श्री जीरावला पार्श्वनाथ श्वेतवर्ण। मार्गदर्शन : सिरोही शहर से लगभग 65 कि.मी. तथा भीनमाल से 55 कि.मी. तथा अंबाजी से पेढ़ी: 67 कि.मी. दूरी पर यह स्थान है। निकटतम रेलवे स्टेशन आबू रोड 42 कि.मी. दूर है। श्री जीरावला पार्श्वनाथ यहाँ से जीप, प्राइवेट बस तथा रोडवेज बस उपलब्ध रहती हैं। तीर्थों पर विभिन्न स्थानों से जैनतीर्थ बसों का आवागमन प्रातः 7 बजे से सायं 4 बजे तक होता है। यह वरमाण से 14 कि.मी., मु. पो. जीरावला, दंताणी 19 कि.मी., धवली 12 कि.मी., भेरूतारक धाम 12 कि.मी. तथा पावापुरी ता. रेवदर 20 कि.मी. दूरी पर स्थित है। रेवदर से 7 कि.मी. दूर स्थित है। यह माउंट आबू स्थित जि. सिरोही-307512 देलवाड़ा से 73 कि.मी. दूरी पर है। (राजस्थान) परिचय : इस तीर्थ की महिमा बहत ही अधिक है। भारत में कहीं पर भी मंदिर की प्रतिष्ठा फोन : (02975) 24438 होती है, तो शुरू में "ॐ श्री जीरावाला पार्श्वनाथाय नमः" लिखकर कार्य का प्रारम्भ होता है। अनेक आचार्य भगवंत एवं यात्रा संघ का यहाँ पदार्पण हुआ है। मूलनायक श्री जीरावाला पार्श्वनाथ भ. की प्रतिमा मंदिर के बाहर स्थापित की गयी है। मंदिर में श्री नेमिनाथ भगवान की प्रतिमा है। मंदिर प्रेक्षणीय है। इस मंदिर में श्री पार्श्वनाथ भगवान के 108 नाम की प्रतिमाएँ विभिन्न देरियों में स्थापित हैं। मंदिर में पूजा का समय : प्रक्षाल प्रात:काल; 10 बजे से 4 बजे तक पूजा कर सकते हैं। ठहरने की व्यवस्था : यहाँ नवनिर्मित धर्मशाला में 42 कमरे (अटैच्ड बाथ) व तीन हॉल तथा पुरानी धर्मशाला में 40 छोटे कमरे उपलब्ध हैं। यहाँ भोजनशाला उपलब्ध है। समय है प्रातः 10.30 से 1.15 तक तथा सायं 5 से सूर्यास्त तक। 1206dcation International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
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