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________________ राजस्थान जैन तीर्थ परिचायिका मार्गदर्शन : नागौर जिले में मकराना, कुचामन नावा होते हुए लुणावा पहुँचा जा सकता है। जयपुर लणावा से बिचून-सांभर होते हुए लुणावा 80 कि.मी. दूर पड़ता है। परिचय : लूणावा गाँव में 2 मन्दिर हैं। बड़ा दिगम्बर मन्दिर प्राचीन है। यहाँ चन्द्र प्रभु एवं आदिनाथ भगवान की अति प्राचीन चमत्कारिक प्रतिमाएँ हैं। यहाँ लगभग 700 प्राचीन पाण्डुलिपियों का विशाल भण्डार है। ठहरने की व्यवस्था : धर्मशाला उपलब्ध है। नि:शुल्क भोजन व्यवस्था है। मूलनायक : श्री नवलखा पार्श्वनाथ भगवान. श्वेतवर्ण। जिला पाली मार्गदर्शन : जोधपुर अजमेर मार्ग पर स्थित पाली राजस्थान का बड़ा शहर है। यह जोधपुर से 69 कि.मी. तथा यहाँ से सांडेराव 55 कि.मी. दूर है। श्री पाली तीर्थ परिचय : इसके प्राचीन नाम पल्लिका व पल्ली हैं। यहाँ पर कपड़ा उद्योग बड़े पैमाने पर चलता पेढ़ी: र है। यहाँ पर 10 जैनमंदिर एवं 4 दादावाड़ी हैं, किन्तु इन सबमें नवलखा पाश्र्वनाथ जन मादर नवल सतत विख्यात है। इस मार्ग को नवलखा रोड कहते हैं। विक्रम संवत् 970 में नौ लाख रु. की । जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक, , लागत से यह मंदिर बना, इसलिए इसे नवलखा पार्श्वनाथ कहते हैं। यह स्थान पल्लीवाल तपागच्छ देवकी पेढ़ी, गच्छ का उत्पत्ती स्थान माना जाता है। यहाँ के श्रावकों ने धर्म प्रभावना के अनेक कार्य गुजराती कटला, करके इस शहर का नाम रोशन किया है। यहाँ की प्रभु प्रतिमा अति सुन्दर है। अन्य मन्दिरों पाली-मारवाड़-306 401 में श्री गोड़ी पार्श्वनाथ मन्दिर, श्री शान्तिनाथ जैन मन्दिर, श्री केसरियाजी का मन्दिर, श्री (राजस्थान) वासपूज्य स्वामी मन्दिर, श्री आत्म वल्लभ-समुद्र विहार, श्री सुपार्श्वनाथ जी का मन्दिर, श्री फोन : (02932) 21742, जीरावाला पार्श्वनाथ मन्दिर, श्री शंखेश्वर पाश्वनाथ देरासर, श्री मुनि सुव्रत स्वामी जी का मंदिर धर्मशाला : मन्दिर, श्री ऋषभ देव जी का मन्दिर (कानजी का मन्दिर) श्री सिमन्धर स्वामी जी का 21929 मन्दिर एवं वागवेरा दादावाड़ी नापातों की बगीची की दादावाड़ी, भालखा दादावाड़ी एवं कालू जी की बगीची की दादावाड़ी दर्शनीय हैं। अन्य मंदिरों का विवरण निम्न प्रकार हैश्री सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर, देरासर गली, पाली श्री शान्तिनाथ जैन मंदिर, केरिया दरवाजा, पाली श्री गोड़ी पार्श्वनाथ जैन मंदिर, सोमनाथ रोड, पाली श्री केशरिया जी (आदिनाथ भगवान) जैन मंदिर, मीरा मार्ग, पाली श्री मुनिसुव्रत स्वामी जैन मंदिर (दो जिनालय), नेहरू नगर, पाली श्री आदिनाथ भगवान जैन मंदिर, स्टेशन रोड, गाँधी मूर्ति, पाली श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन मंदिर, लोढ़ो का बास, पाली श्री वासुपूज्य स्वामी जैन मंदिर, महावीर नगर, पाली श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन मंदिर, डागा गली, पाली श्री सम्भवनाथ जैन मंदिर, वीर दर्गादास नगर. पाली श्री सिमंधर स्वामी जैन मंदिर, हाउसिंग बोर्ड (कमला नेहरू नगर), पाली श्री जिनकुशल सूरी दादावाड़ी, कालुजी की बगीची, पाली श्री जिनदत्त सूरी दादावाडी (झालरवा). स्टेशन रोड, पाली श्री जिनकुशल सूरी दादावाड़ी, बागवेरा, पाली Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainell 85
SR No.002578
Book TitleJain Tirth Parichayika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year2004
Total Pages218
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Pilgrimage
File Size14 MB
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