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प्राकृत रचना सौरभ के पाठ 29 के पादटिप्परणों में से दिए गए निम्न नियम के अनुरूप निम्नलिखित वाक्यों को प्राकृत में रचना कीजिए
नियम 5
1. वह नाचने के लिए उठता है । 2. वह बैठने के लिए गिरती है । 3. तुम सब खुश होने के लिए खेलोगे । 4. वह जागने के लिए प्रयास करे । 5. वह सोने के लिए रोया ।
उदाहरण
वह नाचने के लिए उठता है = सो णच्चितए / गच्चेत्तए उट्ठइ / उट्ठए / उट्ठदि /
उ
(ग) निम्नलिखित हेत्वर्थक कृदन्तों का प्रयोग करते हुए प्राकृत में वाक्य बनाइए । इच्छानुसार पुरुषवाचक सर्वनाम का प्रयोग करते हुए उसके अनुरूप कोष्ठकों में दी हुई क्रियाओं के निर्देशानुसार कालों में सभी विकल्प लिखिए
1. खेलिउं (रूस) वर्तमानकाल
3. थक्केउं ( घुम) भविष्यत्काल 5. जग्गेउं (उज्जम) विधि एवं प्राज्ञा 7. उच्छलिउं (उज्जम) विधि एवं प्र. 9. जुज्झेदुं (मर) वर्तमानकाल 11. घुमेउं ( उल्लस) भविष्यत्काल 13. णच्चिरं ( उट्ठ) विधि एवं प्राज्ञा 15. कुल्लिउं (ठा) विधि एवं आज्ञा 17. रुवेडं (लुक्क) वर्तमानकाल 19. णच्चेत्तए (लज्ज) भविष्यत्काल 21. हाउं (श्रच्छ) विधि एवं प्राज्ञा 23. लुक्केदुं (उज्जम) भविष्यत्काल
प्राकृत अभ्यास सौरभ ]
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2. कल हिंदु (प्रच्छ ) वर्तमानकाल 4. उल्लसेदुं (जीव) वर्तमानकाल 6. मरेदुं (कुल्ल) वर्तमानकाल ४. उल्लसित्तए (घुम) भविष्यत्काल 10. सयेउं ( उट्ठ) विधि एवं प्रज्ञा 12. पडिदु (कुल्ल) वर्तमानकाल 14. सयेउं (रुव) वर्तमानकाल 16. जीवेदुं (उल्लस) भविष्यत्काल 18. सयिदुं (ठा) विधि एवं आज्ञा 20. उट्ठिउं (उज्जम) वर्तमानकाल 22. उल्लसिउं (खेल) वर्तमानकाल 24. ठाउं (प्रच्छ ) विधि एवं प्राज्ञा
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